सीताफल को शरीफा के नाम से भी जाना जाता है। जिसे अंग्रेजी में “Custard Apple” कहा जाता है, एक मीठा फल है जो गर्म देशों में पाया जाता है। यह फल हल्के हरे रंग का होता है , बाहरी आवरण छिलके से ढका रहता है अंदर से गुद्देदार होता है। यह फल स्वाद में मीठा होता है। बच्चे और बड़े लोग आसानी से खा सकते है।

शरीफा फल आपको आसानी से बाजार में मिल जाएगा। इसके पत्ते , बीज,और इसके फल के अंदर जो गूदा होता है वो भी आप इस्तेमाल करके अपने आपको पूर्ण रूप से स्वस्थ बना सकते हैं।
सीताफल फल खाने से क्या-क्या लाभ होते हैं
सीताफल कई प्रकार की बीमारियों में फायदेमंद होता है इस फल में उपस्थित पोषक तत्व आपके शरीर की ऊर्जा को बढ़ाते हैं और आपकी सेहत को बेहतर बनाते हैं उनमें से कुछ प्रमुख बीमारियों के बारे में नीचे बताया गया है

#1. दिल के लिए होता है फायदेमंद :-
हृदय रोग ,दिल की बिमारी आज के समय में जवान हों, बूढ़े हो, सब में देखी जा रही है। इसका मुख्य कारण ज्यादातर लोग का खाना खाकर बैठ जाना, खाना खाकर सो जाना, तला भुना खाना इससे हमारा लिवर ठीक ढंग से काम नहीं करता। इससे दिल की बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है
शरीफा फल में मौजूद विटामिन सी और पोटेशियम दिल के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं यह आपके दिल की धमनियों को साफ करके ब्लड सर्कुलेशन को बनाए रखते हैं जिस दिल सेहतमंद रहता है इसमें पाए जाने वाले मैग्नीशियम से दिल की मांसपेशियों को रिलेक्स प्रदान करता है और साथ हार्ट अटैक के खतरे को कम करता है शरीफ़ा फल में पोटैशियम, मैग्नीशियम और विटामिन सी होते हैं जो हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।
#2. ब्लड प्रेशर कंट्रोल करता है:-
जिन लोगो का ब्लड प्रेशर यानी बीपी हाई रहता है, उनको कहना चाहूंगा कि इसके अंदर बहुत से ऐसे पोषक तत्व पाए हैं जो आपके गुस्से को कंट्रोल करेंगे। आपका बीपी हाई नहीं होने देंगे तो शरीफा आप के लिए इस्तेमाल करना बहुत फायदेमंद है।
रोजाना इसका गुदा आप सुबह के टाइम खाली पेट खाना शुरू कर दें। 20 से 30 ग्राम तो आपका बीपी हमेशा कंट्रोल में रहेगा और आप पूर्ण रूप से अपने आप को सवस्थ महसूस करेंगे।
शरीफा फल में पोटेशियम की मात्रा अधिक होती है जो आपका ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है और हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है
#3. कैंसर में बचाने में मददगार:-
शरीफा फल में पाए जाने वाले पोषक तत्व एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करते हैं जो कैंसर से लड़ने में मदद करते हैं इसके अलावा इसमें मौजूद विटामिन सी और फाइबर आपके शरीर को कैंसर से बचाने में मदद करते हैं
#4. डायबिटीज (शुगर) –
शरीफ़ा फल में मौजूद कार्बोहाइड्रेट और फाइबर के कारण इसके सेवन से रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित रहता है और इससे डायबिटीज के मरीजों को लाभ होता है।
#5. पाचन तंत्र संबंधी बीमारियां –
शरीफ़ा फल में फाइबर होता है जो पाचन तंत्र को सही तरीके से काम करने में मदद करता है और जिससे पेट संबंधी समस्याएं जैसे कि कब्ज, अपच आदि कम होती हैं।
#6. वजन कम करने में मदद करता है:-
शरीफा फल में काम कैलोरीज होती है और यह आपको भूख लगने से बचाता है इसके अलावा यह फाइबर की मात्रा भी अधिक होती है जो वजन कम करने में मदद करता है।
शरीफा फल में काम कैलोरीज होती है और यह आपको भूख लगने से बचाता है इसके अलावा यह फाइबर की मात्रा भी अधिक होती है जो वजन कम करने में मदद करता है।
#7. बालों की ग्रोथ में :-
जिन लोगों के बाल झड़ते हैं या बाल समय से पहले सफेद हो रहे हैं, बालों में डैंड्रफ की समस्या बड़ी तंग कर रही है या मान लीजिये बाल की ग्रोथ अच्छे से नहीं हो रही, ऐसे लोगों को सीताफल का गुद्दा बहुत फायदेमंद है। इसे आप खाने में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। लगाने में भी
इसके लिए गूदे को गूदे को आप खाने में इस्तेमाल करें और थोड़ा सा गुदा लेकर पेस्ट बना के बालों की जड़ों में लगाएं और आधा घंटा छोड़कर उसे ताजे पानी से या गुनगुने पानी से धो दें। ऐसा हफ्ते में तीन बार करने से बालों से संबंधित समस्या हमेशा के लिए दूर हो जाती है और बालों की ग्रोथ अच्छी होती है। सफेद होना बंद हो जाते हैं और सबसे बड़ी बात जो है झड़ने बंद हो जाते हैं।
#8. दस्त की शिकायत दूर करने में :-
जिन लोगों को दस्त की शिकायत बार बार हो जाती है या जो महिलाओं की अभी अभी डिलिवरी हुई है और जिसके कारण उनके शरीर में बहुत ज्यादा कमजोरी है तो ऐसे लोगों को सीताफल का गुदा सुबह शाम खाना खाने के 1 घंटे बाद इस्तेमाल करना चाहिए। वो भी 20 से 30 ग्राम गुदा इस्तेमाल करना चाहिए। सुबह 20 से 30 ग्राम शाम को इससे शरीर में कमजोरी दूर हो जाती है और अपने आप में महिला हो या जिनको बार बार दस्त की शिकायत होती है वह हमेशा के लिए स्वस्थ हो जाते हैं।
#9. अस्थमा एलर्जी में :-
जिन लोगों को दमे की शिकायत है उन लोगो को इसकी पांच से सात पत्तियाँ लेके एक कप पानी में डालकर उसमें अदरक का एक इंच का टुकड़ा फूटकर डालें और उसको अच्छे से उबलने दें। जब पानी आधा कप पर आ जाए उसको छान के उसमें स्वादानुसार देसी खांड या शहद मिलाकर ले।
इससे दमा वाले रोगी के लिए तो उसका इस्तेमाल करने से स्वांस नली में फेफड़ों में सूजन, इन्फेक्शन या एलर्जी वह हमेशा के लिए दूर हो जाती है और अस्थमा एलर्जी से हमेशा के लिए छुटकारा मिल जाता है।
#10. जुए को खत्म करने में :-
जिन लोगों के बार बार बालों में जुएं हो जाती है और खारिज कर करके परेशान हो जाते हैं, तरह तरह की दवाइयां लगाकर परेशान हो जाते वो सीताफल के बीज को लेकर उसको धो के और उसको सुखा लें और उसको पीस के पाउडर बना लें। उस पाउडर को आप पानी से पेस्ट बनाकर बालों की जड़ों में लगाएं। आधा घंटा छोड़कर उसके बाद उसे धो दें। हफ्ते में तीन बार करने से आपके बालों में हमेशा के लिए जुए साफ हो जाएंगे।
#11. बॉडी के रोम छिद्र खोलने में :-
कई बार मैंने कई लोगों को देखा है जिन्हे पसीना आता ही नहीं , चाहे वो कैसे गर्म माहौल में रहे तो हमारे पसीना आता ही नहीं। मगर उनको घबराहट, बेचैनी, पेट में गर्मी वगैरह बहुत महसूस होती है, क्योंकि जो हमारे त्वचा के नीचे रोम छिद्रों हैं वह बंद हो जाते हैं तो पसीना आना बंद हो जाता है और उससे क्या होता है जो शरीर में से गंदगी निकलनी चाहिए पसीने के रूप में वो नहीं निकल पाती तो हमारा शरीर तरह तरह से रोग ग्रसित हो जाता है और हमें बार बार बीमार करता है। तो ऐसे लोगों को कहना चाहूंगा सीताफल का गुदा लेके पेस्ट बनाएं और पेस्ट बनाकर लगाएं और आधा घंटे के बाद गुनगुने पानी से धो दें। ऐसा करने से रोम छिद्र खुल जाएंगे और पूर्ण रूप से स्वस्थ हो जाएंगे।
या फिर आप एक काम कर सकते हैं। सीताफल की पत्तियाँ ला के उसको पीस के आप उसका पेस्ट बना के वो भी लगाके आधा घंटा छोड़कर उसे गुनगुने पानी से धो सकते हैं। तब भी आपके रोम छिद्र खुल जाएंगे। आप पूर्ण रूप से ठीक हो जाएंगे।
#12. जोड़ो के दर्द और आर्थराइटिस में :-
कैल्शियम प्रचुर मात्रा में होने को जैसे यह गठिया और अर्थराइटिस में मददगार साबित होता हैइसमें अच्छी मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है जिससे जोड़ों के दर्द से परेशान लोगों में उसे दे काम करता है
#13. इम्यूनिटी बूस्टर :-
सीताफल में अच्छी मात्रा में एंटी एक्सीडेंट और विटामिन पाए जाते हैं जिससे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है इसमें विटामिन ए और विटामिन बी पाए जाते हैं जिससे शरीर की इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद मिलती है
#14. आंखों और मस्तिष्क के लिए है फायदेमंद :-
इसमें विटामिन ए पाया जाता है जो आपकी आंखों के लिए बहुत जरूरी होता है विटामिन ए के साथ-साथ इसमें विटामिन बी6 भी पाया जाता है जो आपके दिमाग और नर्वस सिस्टम के लिए बहुत जरूरी होता है ।
यह प्राकृतिक की देन हमारे पास बहुत अच्छी है। इसका इस्तेमाल करने से किसी प्रकार का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता। अगर आप इसका पाउडर जो बीज का पाउडर खाने में इस्तेमाल मत करे क्योंकि इसके बीज का पाउडर जहरीला होता है, इसके बीज का पाउडर लगाने में इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके पत्तों का आप रस बना के या सूप बनाकर या खाना बनाकर इस्तेमाल पीने में कर सकते हैं या आप लगाने में भी कर सकते हैं।
#15. एनर्जी बूस्ट में :-
अच्छी मात्रा में पोटेशियम होने की वजह से इसमें कैलोरीज ज्यादा होती है जिससे शरीर की कमजोरी दूर करता है और एनर्जी प्रदान करता है
फल के अंदर के गूदा को आप खाने में भी इस्तेमाल कर सकते हैं और लगाने में भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
सीताफल में कौन से विटामिन होते है?
सीताफल के अंदर के कई प्रकार के पोषक तत्व होते हैं जिनमें से विटामिन बी शामिल होते हैं इस फल में विटामिन सी विटामिन A, विटामिन B6, फोलेट,नियासिन,थियामिन, राइबोफ्लेविन, पेंटोथेनिक अम्ल आदि प्रमुख विटामिन पाए जाते हैं
शरीफा खाने के क्या नुकसान हो सकते हैं :-
- शरीफा फल का अधिक सेवन करने से कुछ लोगों को त्वचा की खुजली, त्वचा की सूजन और धमनी में दर्द का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, कुछ लोगों को शरीफा फल से एलर्जी भी हो सकती है।
- अधिक मात्रा में शरीफा फल खाने से शुगर लेवल में वृद्धि होने की संभावना होती है, इसलिए मधुमेह से पीड़ित लोगों को इसका सेवन सावधानीपूर्वक करना चाहिए।
- इसके अलावा, शरीफा फल के बीज में मौजूद रहने वाले एक रसायन “अनोनासिन” का अधिक सेवन करने से लोगों को बुखार, डायरिया और उल्टी की समस्या हो सकती है।
- इसलिए, शरीफा फल को सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह लेना और सेवन की मात्रा को नियंत्रित करना बेहद जरूरी है।
सीताफल खाने से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले सवाल-जवाब :
सीताफल फल का सेवन कैसे करें?
फल को कच्चा या पका हाथ से छोटे टुकड़ों में काटकर खाया जा सकता है। कुछ लोग इसे जूस बनाकर भी पीते हैं।
शरीफा फल के क्या फायदे हैं?
शरीफा फल में विटामिन सी, फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इसके सेवन से डायबिटीज, मोटापा, हृदय रोग, कैंसर और अन्य बीमारियों का खतरा कम होता है। इसके अलावा, यह पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है, बालों और त्वचा के लिए भी फायदेमंद होता है और शरीर में ताकत बढ़ाता है।
कस्टर्ड एप्पल को किस समय खाना चाहिए?
कस्टर्ड एप्पल को किसी भी समय खाया जा सकता है, लेकिन सुबह खाना सर्दी-जुकाम को कम करने में मददगार हो सकता है।
शरीफा फल में कौन-कौन से न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं
शरीफा फल विभिन्न पोषक तत्वों से भरपूर होता है। यह फल निम्नलिखित महत्वपूर्ण खनिजों का एक अच्छा स्रोत होता है:
- पोटेशियम: शरीफा फल में पोटेशियम की अधिक मात्रा पाई जाती है। पोटेशियम शरीर में नसों को संतुलित रखने में मदद करता है, जो उच्च रक्तचाप और दिल से संबंधित अन्य समस्याओं से बचाव करता है।
- आयरन: शरीफा फल आयरन का एक अच्छा स्रोत है, जो रक्त में हीमोग्लोबिन उत्पन्न करने में मदद करता है।
- मैग्नीशियम: शरीफा फल में मैग्नीशियम की भी अधिक मात्रा होती है। मैग्नीशियम शरीर में मूत्र निर्माण, संशोधन के लिए जरूरी होता है और हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
- कैल्शियम: शरीफा फल में कैल्शियम की अच्छी मात्रा होती है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
- विटामिन सी: शरीफा फल में विटामिन सी की भी अधिक मात्रा होती है। विटामिन सी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट ह
शरीफ़ा फल किन लोगो को नहीं खाना चाहिए
शरीफा फल आमतौर पर स्वस्थ लोगों के लिए सुरक्षित माना जाता है, लेकिन कुछ लोगों को इसे नहीं खाना चाहिए। निम्नलिखित लोगों को शरीफा फल खाने से बचना चाहिए:
- डायबिटीज वाले: शरीफा फल में शक्कर की मात्रा होती है, जो डायबिटीज के लोगों के लिए हानिकारक हो सकती है। डायबिटीज वालों को शरीफा फल का सेवन कम से कम करना चाहिए या अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
- एलर्जी वाले: शरीफा फल में कुछ लोगों को एलर्जी की समस्या हो सकती है। इसलिए, शरीफा फल का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
- गैस्ट्रोइंटेस्टिनल प्रॉब्लम वाले: शरीफा फल में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो कई लोगों के लिए पाचन तंत्र के लिए मुश्किल हो सकती है। इसलिए, गैस्ट्रोइंटेस्टिनल प्रॉब्लम वालों को शरीफा फल का सेवन कम से कम करना चाहिए।
कस्टर्ड एप्पल को खाने में कैसे शामिल करें?
शरीफा फल को भूखे पेड़ लेने से बच्चे इसे आप दोपहर में या नाश्ते के बाद ले सकते हैं इसके बीजों को निकाल कर आप सिलाई स्लाइस खा सकते हैं साथ ही इसकी स्मूदी और आइसक्रीम बनाकर भी काम में ले सकते हैं
शरीफा फल को आप स्मूदी डेजर्ट और आइस क्रीम के रूप में भी काम में ले सकते हैं
क्या डायबिटीज के मरीज सीताफल खा सकते है?
अक्सर डायबिटीज वालों को मीठे फल खाने से डॉक्टर मना करते हैं लेकिन सीताफल में अच्छी मात्रा में विटामिन बी6 पाया जाता है साथ ही इस फल में पाए जाने वाले पोटेशियम और मैग्नीशियम से रक्त में ब्लड प्रेशर को नियंत्रित लगता है जिसे डायबिटीज मरीज कोष से खाना चाहिए
शरीफा फल का वानस्पतिक नाम
शरीफा फल का वानस्पतिक नाम “अननोना स्क्वोमोसा” (Annona squamosa) होता है।
भारत में कहा पैदा होता हैं
शरीफा फल भारत में पैदा होता है और यह भारत के अनेक हिस्सों में उपलब्ध होता है। यह उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, बिहार, छत्तीसगढ़, ओडिशा, तमिलनाडु, केरला, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और अन्य कुछ राज्यों में पाया जाता है।
शरीफा फल को सीताफल क्यों कहा जाता है?
इसे सीताफल इसलिए कहा जाता है क्योंकि वनवास के दौरान राम को मां सीता ने यह फल उपवास स्वरूप प्रदान किया था तभी से इसका नाम सीताफल रख दिया गया है और इसे दूसरे नाम में शरीफा भी कहा जाता है सीताफल बहुत ही मीठा होता है और शुगर के मरीजों को उसे खाने से बचना चाहिए
इसकी तासीर ठंडी होने के कारण सर्दी जुकाम वालों को इससे नहीं खाना चाहिए
शरीफा फल को किसी दूसरे नाम से जाना जाता है?
शरीफा फल को कस्टर्ड एप्पल सीताफल श्रीफल आदि नाम से भी जाना जाता है।
Disclaimer :- सीताफल खाने से शरीर में बहुत सारे फायदे होते हैं। शुगर के मरीज को उसको खाने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है। ऊपर दी गई सारी जानकारी रिसर्च करके लिखी गई है फिर भी कोई भी इलाज लेने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर राय मशविरा कर ले।
हमारे दूसरे हेल्थ रिलेटेड टॉपिक पढ़ने के लिए हमारे दूसरे आर्टिकल जरुर विजिट करें आपकी जो भी राय हो कमेंट सेक्शन में जरूर शेयर करे।